जब महंगाई बढेगी तो सरकार की आमदनी बढेगी और जब सरकार की आमदनी बढेगी तब घोटाले होंगे, इसलिए फिर से हमें एक नए घोटाले के बारे में सुनने के लिए तैयार रहना होगा।
घोटाले के बाद राजनितिक सरगर्मी बढेगी, कई महीनों बाद घोटालेबाज विशिष्ट जेल में जायेंगे, मामले की सुनवाई चलती रहेगी तभी अचानक समाचार चैनलों में फिर से महंगाई बढ़ने की बात पता चलेगी और फिर वही पिछला घटनाक्रम दोहराया जायेगा। महंगाई के विरोध में धरना ............ धरना के विरोध में धारा 144 ......... फिर घोटाला ........... फिर मामले की सुनवाई................ और साथ ही हम जैसे इसी तरह मन की भड़ास निकालते रहेंगे। ये प्रक्रिया हमेशा इसी क्रम में दोहराई जाती रहेगी।